हर व्यक्ति कवि है. अक्सर यह कवि कानों में फुसफुसाता है. कुछ सुनते हैं, कुछ नहीं सुनते. जो सुनते हैं वह शब्द दे देते हैं इस फुसफुसाहट को. एक और पुष्प खिल जाता है काव्य कुञ्ज में.
दैनिक प्रार्थना
हमारे मन में सबके प्रति प्रेम, सहानुभूति, मित्रता और शांतिपूर्वक साथ रहने का भाव हो
दैनिक प्रार्थना
है आद्य्शक्ति, जगत्जन्नी, कल्याणकारिणी, विघ्न्हारिणी माँ,
सब पर कृपा करो, दया करो, कुशल-मंगल करो,
सब सुखी हों, स्वस्थ हों, सानंद हों, दीर्घायु हों,
सबके मन में संतोष हो, परोपकार की भावना हो,
आपके चरणों में सब की भक्ति बनी रहे,
सबके मन में एक दूसरे के प्रति प्रेम भाव हो,
सहानुभूति की भावना हो, आदर की भावना हो,
मिल-जुल कर शान्ति पूर्वक एक साथ रहने की भावना हो,
माँ सबके मन में निवास करो.
सब पर कृपा करो, दया करो, कुशल-मंगल करो,
सब सुखी हों, स्वस्थ हों, सानंद हों, दीर्घायु हों,
सबके मन में संतोष हो, परोपकार की भावना हो,
आपके चरणों में सब की भक्ति बनी रहे,
सबके मन में एक दूसरे के प्रति प्रेम भाव हो,
सहानुभूति की भावना हो, आदर की भावना हो,
मिल-जुल कर शान्ति पूर्वक एक साथ रहने की भावना हो,
माँ सबके मन में निवास करो.
Friday, 10 October 2008
कांग्रेस का देश के साथ क्रूर मजाक
अमर सिंह ने कांग्रेस को धमकी दी और कांग्रेस ने घुटने टेक दिए. बुरी आदत आसानी से नहीं जाती. कांग्रेस को करात के सामने घुटने टेकने की ऐसी आदत हो गई है कि अमर सिंह के कुछ कहते ही उस के घुटने जमीन पर टिक गए, और अमर सिंह को नेशनल इंटीग्रेशन काउन्सिल का सदस्य बना दिया. यह आदमी क्या इंटीग्रेशन करेगा? ऊपर से नीचे तक जो आदमी तोड़-फोड़ का एक्सपर्ट है उस से अब मिलन करवाया जायेगा. क्या मजाक है? पर कांग्रेस तो इस देश के साथ ऐसे मजाक करती ही रहती है. आजादी के पहले से मजाक का यह सिलसिला चल रहा है. पहला मजाक किया तो देश के दो हिस्से हो गए. तब से कांग्रेस कोई न कोई मजाक करती आ रही है. आज का मजाक है अमर सिंह को एनआईसी का सदस्य बनाना.
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4 comments:
एकदम टू द पोइण्ट .
avsarvaadi tatvon ka naam hai congress
अजी काशमीर का झगडा भी तो इस की ही देन है.
धन्यवाद
सौ फीसदी सहमत......इस देश का भला अब भगवान् भी नही कर सकते......सच कहा था सुप्रीम कोर्ट ने
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