आज भारत में जो सरकार है वह जनता ने नहीं चुनी. वह बेईमानी से इस देश पर थोपी गई है. वह बेईमानों की सरकार है. पिछले दिनों जब इस सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास पर मतदान हुआ था, कांग्रेस ने इस सरकार को बचाने के लिए जम कर बेईमानी की थी. समाजवादी पार्टी और कुछ दूसरी पार्टियों के सांसदों ने पैसे और बहुत से फायदे लिए थे इस सरकार के समर्थन में वोट डालने के लिए. एक ऐसा बेईमान नेता तो एक प्रदेश का मुख्य मंत्री बन गया.
आज ख़बर है समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह की बेईमानी की और इस बेईमान सरकार द्वारा उसे बचाने की. सीबीआई मुलायम सिंह के ख़िलाफ़ बेईमानी से कमाए गए अंधाधुंध धन के बारे में जांच कर रही थी. अब सीबीआई ने अदालत में इस केस को बंद करने के लिए याचिका दी है. सीबीआई का कहना है कि ऐसा उस ने केन्द्र सरकार के हुक्म पर किया है.
आज अखबार में एक और ख़बर है कि भारत भ्रष्टाचार में दुनिया का पाँच नंबर का देश है. लेकिन इस बेईमान सरकार जैसी कोई और सरकार दुनिया में शायद ही हो. सरकार को समर्थन देने वाले बेईमानों के ख़िलाफ़ जांच बंद करने का आदेश देने वाली सरकार भी शायद ही दुनिया में कोई और हो. बेईमानी से बनी और बेईमानों के समर्थन से चल रही यह सरकार भ्रष्टाचार के छेत्र में एक अजब मिसाल है.
5 comments:
क्या कहा जाये!!!
सही है, मगर दूसरे भी दूध के धुले नहीं हैं, भीतर-भीतर सब उसी रंग में सिले हैं.
sab ek hi thali ke chatte batte hai..
aapne to pahle hi likh diya tha.
अगर ईमानदार होती सरकार तो इतने दिन न चलती. 'बेईमानी तेरा आसरा', इस सरकार का मन्त्र है.
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