अखबार में देखा कि आपने अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का उदघाटन किया है. अच्छा लगा. सोचा कि अब आपसे सीधे बात चीत कर सकेंगे. आपकी नीतियों, आपके कार्यक्रमों पर अपनों राय दे सकेंगे. आपको अपनी अपेक्षाओं के बारे में बता सकेंगे. तुंरत पहुंचे आप की वेबसाईट पर. रजिस्ट्रेशन किया. रजिस्ट्रेशन कन्फर्म हुआ. फ़िर आपकी एक पोस्ट पर अपनी राय दी. एक नई पोस्ट भी लिखी, आंतरिक सुरक्षा पर. संदेश आया कि मोडरेटर मेरी राय पर विचार करेंगे और फ़िर उसे छापेंगे.
आज एक हफ्ता हो गया, आपके मोडरेटर साहब पता नहीं कहाँ गुम हो गए हैं? रोज आपकी साईट पर जाता हूँ और निराश लौटता हूँ. जनता की एक भी पोस्ट नहीं छापी गई है वहां. आज अखबार में देखा कि दिल्ली के मुख्य मंत्री पद के उम्मीदवार मल्होत्रा जी ने भी अपनी व्यक्तिगत साईट बना दी है. क्या उस साईट का भी यही हाल होगा?
क्यों बनाई आपने यह वेबसाईट? अडवाणी जी, ऐसी वेबसाईट से क्या फायदा?
8 comments:
यही हाल रहा तो ऐसी वेबसाइट का क्या फायदा फ़िर तो ये साईट इन्टरनेट पर एक पोस्टर ही साबित होगी |
Website only for publicity ke liye hai. Awam kee awaj Adwani ji to kya Koi bhi NETAJI sunane ko taiyar nahi.
JANATA ya AWAM jaye bhar mein
जब आप लिखे गे कि हमारे इलाके मै इतने वोटर है अगर आप ने जबाब नही दिया तो हम आप को वोट नही देगे?? फ़िर देखॊ
rajnetaon ke chhakar main aate hee hain aap /aur barbas chhale jaten hain/
हाथी के दातं खाने के और दिखने के और
लीडर विथ डीफ्रेंसस अगर कोई है तो वह है श्री आडवानी
साईट भी पर्चार के लीये बनाए हैं। और रतन जी एकदम सही कहें, वो साईट एक पोस्टर ही साबित होगा।
सायद उनके साईट के माडीरेटर मतलब कमेंट को डीलीट करना।
इसे जागृति की कमी समझिये. ऐसी साइट चलाने के लिए पूरा दल चौबिस घंटों काम करता है, यह इन्हे नहीं मालूम शायद. ऐसे में इन्हे मोदीजी से सिखना चाहिए.
मैंने तो अभी तक इसे देखा ही नहीं, लेकिन एक सप्ताह बाद भी इस पर विचार न किया जाना यह दिखाता है कि यह बेकार की कवायद है.
Post a Comment