


हर व्यक्ति कवि है. अक्सर यह कवि कानों में फुसफुसाता है. कुछ सुनते हैं, कुछ नहीं सुनते. जो सुनते हैं वह शब्द दे देते हैं इस फुसफुसाहट को. एक और पुष्प खिल जाता है काव्य कुञ्ज में.
हमारे मन में सबके प्रति प्रेम, सहानुभूति, मित्रता और शांतिपूर्वक साथ रहने का भाव हो
2 comments:
वाह क्या बात है.. बढ़िया जानकारी रही
बहुत शानदार खबर सुनाई है आपने।
अब तो बस उस दिन का इंतजार है, जब यह बाजार में उपलब्ध होगी।
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