पड़ोसिनों से घिरी,
वह कर रही थीं निंदा,
अपनी बहू की,
उसके मायके वालों की,
इस सब को बर्दाश्त करती,
बहू लगी थी खातिर में.
एक पडोसन ने पूछा,
तुम्हारी बहू तुम्हें सासू जी कहती है,
सासू मां, मां, या मम्मी क्यों नहीं?
सब पड़ोसिनों ने सर हिलाया,
हाँ, यह तो नोटिस किया है हमने भी,
सासू जी ने गोली दागी,
बहू जवाब दे इनकी बात का.
शांत स्वर में बोली बहू,
सासू जी कहती हूँ आपको,
क्यों की आप सासू जी हैं मेरी,
'मां' नहीं कह सकती?
वह गुस्से से चिल्लाईं,
कहूँगी 'मां', बहू बोली,
जब बन जायेंगी आप मेरी 'मां',
क्या मतलब, वह चकराईं,
अभी आप हैं मां,
अपने बेटे और बेटी की,
मेरी तो केवल सास हैं आप,
आप निभाती हैं सास का धर्म ,
मैं निभा रही हूँ धर्म बहू का.
1 comment:
bilkul theek likha hai sir, yahi antar to saas bahu ko milne nahin deta.
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