tag:blogger.com,1999:blog-1619582548109586404.post6386830740091263742..comments2023-06-18T17:08:37.166+05:30Comments on काव्य-कुञ्ज: बिना बहस के मुद्दे मुर्दा हैंAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/10037139497461799634noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1619582548109586404.post-64908269615900334382008-05-05T10:01:00.000+05:302008-05-05T10:01:00.000+05:30बहुत बढिया कहा आपने...बहुत बढिया कहा आपने...HBMediahttps://www.blogger.com/profile/04747085073618372025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1619582548109586404.post-74301915872235709242008-05-05T09:12:00.000+05:302008-05-05T09:12:00.000+05:30आपकी बात से में असहमत नहीं हो सकता. मैं नाराज भी न...आपकी बात से में असहमत नहीं हो सकता. मैं नाराज भी नहीं हूँ. आज से २ साल बाद तो दूर मैं आज भी हिन्दी चिट्ठाकारों और हिन्दी के नेट पर हुए और हो रहे विकास पर गर्व करता हूँ. विश्वास करें, मुर्दा मुद्दों का प्रसंग उठाते हुए मेरे मन में हिन्दी ब्लाग जगत की उपलब्धियों को नकारने की बात कहीं नहीं थी. बात सिर्फ़ बहस की कमी की थी. मुद्दों पर लिखना बहुत अच्छी बात है. पर मुद्दों पर बहस उससे ज्यादा जरूरी है. सुधार की जरूरत तो हर समय होती है. विकास पर चर्चा होना जरूरी है. जहाँ जरूरत महसूस हो वहाँ सुधार किया जाना चाहिए. <BR/><BR/>आपकी टिपण्णी के लिए धन्यवाद. संवाद चलता रहेगा ऐसा मेरा विश्वास है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10037139497461799634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1619582548109586404.post-57681438170598814772008-05-05T07:35:00.000+05:302008-05-05T07:35:00.000+05:30हिन्दी ब्लाग जगत कब्रिस्तान बन गया है मुर्दा मुद्द...हिन्दी ब्लाग जगत कब्रिस्तान बन गया है मुर्दा मुद्दों का,<BR/><BR/>----------------<BR/><BR/>अरे, इतना नाराज न हों...कितने ही सार्थक कार्य हो रहे हैं, उन्हें ऐसे नजर अंदाज न करें. <BR/>आज से दो साल पहले की हिन्दी की स्थिती नेट पर देखें और आज की, फिर आज जान पायेंगे कि जाने अनजाने, उबड़ खाबड़ ही सही, कितने सकारात्मक कार्य हुए हैं और हिन्दी कहाँ से कहाँ पहुँची है- एक मोटी जानकारी हेतु आज से दो साल पहले १०० हिन्दी चिट्ठाकार थे जो आज ५००० पार कर रहे हैं. <BR/>मुझे विश्वास है आज से २ साल बाद आप हिन्दी चिट्ठाकारों और हिन्दी के नेट पर विकास पर आप गर्व करते नजर आयेंगे और यही रचना कुछ अलग अंदाज में होगी.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com